यह पुस्तक पढ़कर आप सुखी समृद्ध जीवन के रहस्य को भलीभाँति समझ जाएँगे । ऐसा कौन व्यक्ति या जीव - जंतु होगा , जो सुखी जीवन नहीं चाहता हो । मनुष्य सुख के साथ - साथ समृद्ध व वैभवशाली जीवन भी चाहता है । समृद्ध , वैभवशाली जीवन के लिए हमें सर्वप्रथम अपने स्वास्थ्य को उन्नत बनाना होगा , फिर हम अपने मन व भावनाओं को सशक्त बनाएँ यानि सुखी समृद्ध जीवन के लिए केवल स्वास्थ्य ही नहीं , सूक्ष्म मन के भावों को भी विकसित करने की ज़रूरत है ।
सुखी , समृद्ध जीवन के लिए स्वास्थ्य सेहत और उदारता स्वर्णिम काल है यौवनकाल , रक्षा करें । बाल्यावस्था में हो संस्कार व चरित्र का विकास यौवन को सुरक्षित रखें , वृद्धावस्था सुख से कटेगी शक्ति के अदृश्य स्रोत उत्साह , उमंग से स्वास्थ्य व संपन्नता सूक्ष्म शक्तियाँ व स्वास्थ्य समृद्धि सफलता की कामना असफलता से मुक्ति जीवन के सभी कार्य उचित ढंग से व समयानुसार करें सच्चाई को स्वीकार करें सुखद दांपत्य जीवन के लिए दृढ़ निश्चय और धैर्य अपने बिगड़े हुए लाडले को ऐसे सुधारें । बड़प्पन का प्रदर्शन करें सुखी समृद्ध जीवन के लिए । महान लोगों के विचार.
ISBN 9788194158127
495
@copyrights all reserved Friends Publications (India) Design By www.cypwebtech.com